Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2020 · 1 min read

हाइकू 11

हाइकू 11
———–
हिन्दी तेरी
दुर्दशा देखता हूँ,
बस रोता हू्ँ।
————
भाषण होता
हिंदी विषय पर,
अंग्रेजी बोल।
————-
कौन सुनेगा
हिन्दी की पीड़ा थोड़ा,
सब चुप हैं।
————
दुर्दशा मेरी
देखकर भी मौन सब,
कुछ तो करो
——————
असहाय सी
हिन्दी बेचारी क्यों?
उपेक्षा पाती।
———————
©सुधीर श्रीवास्तव

Language: Hindi
2 Likes · 248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्योंकि मैं किसान हूँ।
क्योंकि मैं किसान हूँ।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
व्यथित ह्रदय
व्यथित ह्रदय
कवि अनिल कुमार पँचोली
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
2806. *पूर्णिका*
2806. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आह्वान
आह्वान
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-176💐
💐प्रेम कौतुक-176💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
NeelPadam
NeelPadam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कोरोना
कोरोना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नशा
नशा
Ram Krishan Rastogi
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सधे कदम
सधे कदम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुझे हमेशा लगता था
मुझे हमेशा लगता था
ruby kumari
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
कवि दीपक बवेजा
तिरंगा
तिरंगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज दिवस है  इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
sushil sarna
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश
पुस्तक समीक्षा-प्रेम कलश
राकेश चौरसिया
मैं आँखों से जो कह दूं,
मैं आँखों से जो कह दूं,
Swara Kumari arya
जीभ का कमाल
जीभ का कमाल
विजय कुमार अग्रवाल
■सस्ता उपाय■
■सस्ता उपाय■
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं  तो भूल  न  पाऊंगा।
मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं तो भूल न पाऊंगा।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
Ajay Kumar Vimal
मलाल आते हैं
मलाल आते हैं
Dr fauzia Naseem shad
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
कवि रमेशराज
खुशियाँ
खुशियाँ
Dr Shelly Jaggi
Stop use of Polythene-plastic
Stop use of Polythene-plastic
Tushar Jagawat
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
वर्ल्डकप-2023 सुर्खियां
दुष्यन्त 'बाबा'
अब कभी तुमको खत,हम नहीं लिखेंगे
अब कभी तुमको खत,हम नहीं लिखेंगे
gurudeenverma198
Loading...