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13 Feb 2017 · 1 min read

*हाइकु-माला

============
तन से काली ॥
पर हिय से वह –
शुभ्र दिवाली ॥
============
मेरी मंज़िल ॥
ग़ैर मुमकिन सा –
आपका दिल ॥
============
अति नव्य है ॥
सच ही घर तेरा –
अति भव्य है ॥
============
आ जा सजलें ॥
दुख से बचकर –
थोड़ा नचलें ॥
============
थक रहा हूँ ॥
पल दो पल भर –
रुक रहा हूँ ॥
============
-डॉ. हीरालाल प्रजापति

Language: Hindi
410 Views
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