Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2017 · 1 min read

हाँ तुम! बस तुम!

झरनों के संगीत में हो तुम
नदियों के हर गीत में हो तुम
सूरज की चाहत में पागल
सूरजमुखी की प्रीत में हो तुम
हाँ तुम! बस तुम!

मेरी सुबहो- शाम में हो तुम
मेरे हर एक काम में हो तुम
मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे
ईश्वर, अल्ला, राम में हो तुम
हाँ तुम! बस तुम !

जीने के हर ढंग में हो तुम
खुशियों के हर रंग में हो तुम
हार में हो, हर जीत में हो
मेरी हर इक जंग में हो तुम
हाँ तुम ! बस तुम !

लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’

Language: Hindi
2 Likes · 626 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सब कुछ दुनिया का दुनिया में,     जाना सबको छोड़।
सब कुछ दुनिया का दुनिया में, जाना सबको छोड़।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अवावील की तरह
अवावील की तरह
abhishek rajak
2957.*पूर्णिका*
2957.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
Kshma Urmila
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
Ram Krishan Rastogi
🏞️प्रकृति 🏞️
🏞️प्रकृति 🏞️
Vandna thakur
"इस रोड के जैसे ही _
Rajesh vyas
हम संभलते है, भटकते नहीं
हम संभलते है, भटकते नहीं
Ruchi Dubey
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
झुग्गियाँ
झुग्गियाँ
नाथ सोनांचली
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
The_dk_poetry
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
manjula chauhan
जीवन जितना
जीवन जितना
Dr fauzia Naseem shad
💐अज्ञात के प्रति-58💐
💐अज्ञात के प्रति-58💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जब तक मन इजाजत देता नहीं
जब तक मन इजाजत देता नहीं
ruby kumari
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
Ashish shukla
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
Ravi Prakash
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
शेखर सिंह
"जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन
Dushyant Kumar
सोचता हूँ
सोचता हूँ
Satish Srijan
#रोज़मर्रा
#रोज़मर्रा
*Author प्रणय प्रभात*
सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का
सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी-अपनी दिवाली
अपनी-अपनी दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अभिव्यक्ति के माध्यम - भाग 02 Desert Fellow Rakesh Yadav
अभिव्यक्ति के माध्यम - भाग 02 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
मुख  से  निकली पहली भाषा हिन्दी है।
मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है।
सत्य कुमार प्रेमी
वोट डालने जाना
वोट डालने जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...