Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2017 · 1 min read

हल की हल्की बात

फुर्सत के पल में बैठे तो,
याद आ गई बीते पल की।
कितने सुखद अनुभूति हो चली,
बीत गया जो कल की।
यह जीवन अनमोल पलो को,
भूल गया था बल्कि।
बीते परिवर्तन के दिन ,
याद जो आयी आखे छलकी।
किया वही जो सही लगा था
न चिंता की फल की।
झेल रहा था प्रबल समस्या
चाह रही मन मे किसी हल की।

विन्ध्यप्रकाश मिश्र

Language: Hindi
517 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
आचार संहिता
आचार संहिता
Seema gupta,Alwar
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
Harminder Kaur
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
DrLakshman Jha Parimal
जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे
जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"सुने जो दिल की कहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
Ram Krishan Rastogi
*जाते साधक ध्यान में (कुंडलिया)*
*जाते साधक ध्यान में (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
हल्लाबोल
हल्लाबोल
Shekhar Chandra Mitra
वो काल है - कपाल है,
वो काल है - कपाल है,
manjula chauhan
जमाने की साजिशों के आगे हम मोन खड़े हैं
जमाने की साजिशों के आगे हम मोन खड़े हैं
कवि दीपक बवेजा
मच्छर दादा
मच्छर दादा
Dr Archana Gupta
झोली मेरी प्रेम की
झोली मेरी प्रेम की
Sandeep Pande
ऐसा कभी नही होगा
ऐसा कभी नही होगा
gurudeenverma198
*ऐलान – ए – इश्क *
*ऐलान – ए – इश्क *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-363💐
💐प्रेम कौतुक-363💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक सबक इश्क का होना
एक सबक इश्क का होना
AMRESH KUMAR VERMA
Dont judge by
Dont judge by
Vandana maurya
ज्ञान -दीपक
ज्ञान -दीपक
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बच कर रहता था मैं निगाहों से
बच कर रहता था मैं निगाहों से
Shakil Alam
Loading...