Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2018 · 1 min read

हर शख्स मय में शान ए महफिल हो गए

हर शख्स मय में शान ए महफिल हो गए
ना लिये थे वो दरबान ए महफिल हो गए

गुफ्तगू वहां कि हम मय -ए- बहक हो गए
नजदीक आकर देखें हम तो महक हो गए

टूटे दिल मयखाने में मय के सहारे हो गए
साबूत दिल महलों में लहु के प्यासे हो गए

छलके पैमाने तो गम दिल में दफ़न हो गए
ए खुदा तेरी इस शय से हम दिवाने हो गए

तासीर ए इश्क देखिए अपने थे बेगाने हो गए
तासीरे मय है एक बार लगाया उसीके हो गए

हिसाब ए जिन्दगी हम तो यूं बदनाम हो गए
लक्ष्मण क्या परवाह हम शुग्ल़-ए-मय हो गए

लक्ष्म्ण सिंह
जयपुर

शुग्ल़-ए-मय = शराब पीने में व्यस्त

270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"कठपुतली"
Dr. Kishan tandon kranti
तितली संग बंधा मन का डोर
तितली संग बंधा मन का डोर
goutam shaw
*मैं और मेरी तन्हाई*
*मैं और मेरी तन्हाई*
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*सोता रहता आदमी, आ जाती है मौत (कुंडलिया)*
*सोता रहता आदमी, आ जाती है मौत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
** मंजिलों की तरफ **
** मंजिलों की तरफ **
surenderpal vaidya
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
Mahender Singh
समय
समय
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई ख़्वाब है
कोई ख़्वाब है
Dr fauzia Naseem shad
24/231. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/231. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऋतुराज (घनाक्षरी )
ऋतुराज (घनाक्षरी )
डॉक्टर रागिनी
🙅दस्तूर दुनिया का🙅
🙅दस्तूर दुनिया का🙅
*Author प्रणय प्रभात*
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
दान किसे
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
"धन वालों मान यहाँ"
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
"हरी सब्जी या सुखी सब्जी"
Dr Meenu Poonia
दास्तां
दास्तां
umesh mehra
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
Kitna hasin ittefak tha ,
Kitna hasin ittefak tha ,
Sakshi Tripathi
💐अज्ञात के प्रति-82💐
💐अज्ञात के प्रति-82💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देव विनायक वंदना
देव विनायक वंदना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
पल-पल यू मरना
पल-पल यू मरना
The_dk_poetry
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
मुट्ठी भर आस
मुट्ठी भर आस
Kavita Chouhan
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
विडम्बना और समझना
विडम्बना और समझना
Seema gupta,Alwar
" चलन "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...