हर युग ने कुछ दिया है!!!
हर युग ने कुछ दिया है तो कुछ छीन लिया है ।
अपने अपने युग में हर इंसान युगानुसार जिया है।
किसी काल का दोष नहीं समय ने चाहा वही हुआ है।
नाम कमाया किसी ने अपना किसी ने बदनाम किया है।।
सीख मिले लेते जाओ, अच्छी सबको देते जाओ।
हमने तो जीवन भर के लिए, यही संकल्प लिया है।।
अहंकार का हो बहिष्कार,अपनेपन का करो सत्कार।
हंसी खुशी में बीते जीवन ,मानव का जो रूप लिया है ।।
नहीं भटकना, नहीं अटकना, याद रखो बात यह रटके।
कर्म पथ के हम मुसाफिर कर्म ने ही अगला जन्म दिया है।।
आओ युग धारा को मोड़े ,अनैतिकता से नाता तोड़े।
सब के लिए जीना जो सीखा अनुनय समझो सुख लिया है।।
राजेश व्यास अनुनय