Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Mar 2021 · 2 min read

हर जीव में शिव बसा है – आनंदश्री -हर निराकार और आकार में यही शिव बसा है जिसे ऊर्जा, तरंग या एनर्जी कहते है

हर जीव में शिव बसा है – आनंदश्री

-हर निराकार और आकार में यही शिव बसा है जिसे ऊर्जा, तरंग या एनर्जी कहते है

वही सत्य है, सुंदर है शिव है। हर मनुष्य का आंतरिक और अंतिम लक्ष्य है उसी सत्य जो शिव है उसको पाना। जबकि वह उसके अंदर ही है लेकिन उसे उस शिव रूप की पहचान नही है इसलिए वह बाहर भटक रहा है।

एक ही ऊर्जा …एक ही शिव, लेकिन अलग अलग आभास

बिजली एक ही दौड़ रही है सभी मे, लेकिन अलग अलग उपकरण है। कोई ठंडा, कोई गर्म, कोई चित्र तो कोई इंटरनेट दिखाता है। ऊर्जा तक एक ही है। ब्रह्माण्ड तो एक ही है, सत्य और शिव भी एक है। जो इस तरंग को जान लेता है वह शिव बनजाता है । आत्मसाक्षात्कारी कहलाता है बुद्धत्व को प्राप्त करता है।

शिव को समझाने के लिए , उस अनुभव तक ले जाने के लिए महाशिवरात्रि का आयोजन किया जाता है। आप को शिव ही नही, महा शिव रात्रि को समझना है।

शिव लक्ष्य और शिव फल है
महात्मा गौतम बुद्ध जिस सत्य को पाने के लिए महल छोड़ा और जंगल गए वह सत्य – शिव ही तो था। शिव मंजिल और रास्ता है। यही लक्ष्य और फल है।

शिव अनदेखी ताकत है
शिवलिंग प्रकट रूप लेकिन शिव अप्रगट है। अनदेखी ताकत, शक्ति है। यह है, एहसास है, शिव है यह एक अनदेखी ताकत है।
जिन्हें आत्मसाक्षात्कार हुआ उन्होंने इसे एक रूप देने का प्रयास किया। प्रतीक के साथ समझाया ।

शिव मूर्ति प्रतीक है
शिव मूर्ति, शिवलिंग, नंदी, सांप, गंगा जल, चाँद, त्रिशूल, बेल के पत्ते, दूध का चढ़ावा, नीला कंठ, ध्यान सभी के सभी प्रतीक है,बाहर से अंदर की ओर जाने का महामार्ग है। महाशिवरात्रि तो रिमाइंडर है। आपके अपने अंदर के शिव को जानने का।

समझ का नेत्र खोलो
शिव रात्रि और महाशिवरात्रि के दिन आप ने अपने समझ का निर्माण कर दिया, समझ का नेत्र खोल दिया तो आपकी तीसरी नेत्र स्वयं ही खुल जाएगी।

महाशिवरात्रि कर्मकाण्ड वाला त्योहार नही अपने आप को समझने का त्योहार है। उस अदृश्य शक्ति -शिव को जानकर अभिव्यक्ति करने का नाम महाशिवरात्रि है। आपमें महासमझ बढ़े, आप महान बन कर आपकी महा अभिव्यक्ति हो। आपके अंदर का शिव बाहर आये, आपके बुद्धि से श्वेत, शुद्ध विचारो से नए समाज और राष्ट्र का निर्माण हो यही सद्भावना सहित आप सभी को जागृत महाशिवरात्रि।

प्रो डॉ दिनेश गुप्ता – आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई
8007179747

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 836 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ तेरे चरणों
माँ तेरे चरणों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
महल था ख़्वाबों का
महल था ख़्वाबों का
Dr fauzia Naseem shad
प्रेरणा
प्रेरणा
पूर्वार्थ
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
इज़हार ए मोहब्बत
इज़हार ए मोहब्बत
Surinder blackpen
*माँ*
*माँ*
Naushaba Suriya
💐प्रेम कौतुक-374💐
💐प्रेम कौतुक-374💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हारी आंखों का रंग हमे भाता है
तुम्हारी आंखों का रंग हमे भाता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
"बेदर्द जमाने में"
Dr. Kishan tandon kranti
शुगर के मरीज की आत्मकथा( हास्य व्यंग्य )
शुगर के मरीज की आत्मकथा( हास्य व्यंग्य )
Ravi Prakash
बाल कविता मोटे लाला
बाल कविता मोटे लाला
Ram Krishan Rastogi
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
सीने का समंदर, अब क्या बताऊ तुम्हें
सीने का समंदर, अब क्या बताऊ तुम्हें
The_dk_poetry
ज़िंदगी  ने  अब  मुस्कुराना  छोड़  दिया  है
ज़िंदगी ने अब मुस्कुराना छोड़ दिया है
Bhupendra Rawat
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
■ एक प्रेरणा...
■ एक प्रेरणा...
*Author प्रणय प्रभात*
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
सपनो का शहर इलाहाबाद /लवकुश यादव
सपनो का शहर इलाहाबाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
निज़ाम
निज़ाम
अखिलेश 'अखिल'
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
DrLakshman Jha Parimal
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
Loading...