Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2016 · 1 min read

हरियाली

बहिना बोली यूँ भैया से,
ना झुमका, ना लाली ला l
लाना ही चाहे तो केवल,
ढेरों सी हरियाली ला l
बहिना बोली … l
अब चीं-चीं करते वो पंछी,
बच्चों के वो खेल कहां l
लील लिये आंगन महलों ने,
पहले जैसे मेल कहां l
दाना लाती और फुदकती,
गौरैया मतवाली ला l
लाना ही चाहे तो केवल,
ढेरों सी हरियाली ला l
बहिना बोली … l
नदियां-नाले-दरिया-पोखर,
घातक विष की खान बने l
मद में अन्धे नए दौर के,
लालच की पहचान बने l
जल-पूजन करने से पहले,
जा, जल में खुशहाली ला l
लाना ही चाहे तो केवल,
ढेरों सी हरियाली ला l
बहिना बोली … l
तोहफ़े में इक पौधा देना,
इसमें घटती शान नहीं l
हरियाली से है यह जीवन,
क्यों तुझको यह भान नहीं l
जिस पर कोकिल बैठे, कूके,
अब ऐसी इक डाली ला l
लाना ही चाहे तो केवल,
ढेरों सी हरियाली ला l
बहिना बोली … l
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
— राजीव ‘प्रखर’
मुरादाबाद
मो. 8941912642

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Comment · 367 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नींद
नींद
Kanchan Khanna
উত্তর দাও পাহাড়
উত্তর দাও পাহাড়
Arghyadeep Chakraborty
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
💐Prodigy Love-36💐
💐Prodigy Love-36💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैंने, निज मत का दान किया;
मैंने, निज मत का दान किया;
पंकज कुमार कर्ण
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
*अजब है उसकी माया*
*अजब है उसकी माया*
Poonam Matia
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
आप और हम जीवन के सच....…...एक कल्पना विचार
आप और हम जीवन के सच....…...एक कल्पना विचार
Neeraj Agarwal
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
*सिरफिरा (लघुकथा)*
*सिरफिरा (लघुकथा)*
Ravi Prakash
3086.*पूर्णिका*
3086.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
** बहुत दूर **
** बहुत दूर **
surenderpal vaidya
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उसने किरदार ठीक से नहीं निभाया अपना
उसने किरदार ठीक से नहीं निभाया अपना
कवि दीपक बवेजा
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
पूर्वार्थ
आतंकवाद
आतंकवाद
नेताम आर सी
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan
चमचे और चिमटे जैसा स्कोप
चमचे और चिमटे जैसा स्कोप
*Author प्रणय प्रभात*
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
कुंडलिया - गौरैया
कुंडलिया - गौरैया
sushil sarna
वह स्त्री / MUSAFIR BAITHA
वह स्त्री / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
.        ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
. ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जां से गए।
जां से गए।
Taj Mohammad
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
Vishal babu (vishu)
लौट कर फिर से
लौट कर फिर से
Dr fauzia Naseem shad
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
gurudeenverma198
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
देव विनायक वंदना
देव विनायक वंदना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...