हरदम खेल दिखाये
नए ज़िन्दगी देखो हमको हरदम खेल दिखाये
अगर हँसाती हमें कभी तो ये ही हमें रुलाये
एक मदारी है ईश्वर औ हम सब यहाँ जमूरे
डोर उसी के हाथों में वो जैसा हमें नचाये
डॉ अर्चना गुप्ता
नए ज़िन्दगी देखो हमको हरदम खेल दिखाये
अगर हँसाती हमें कभी तो ये ही हमें रुलाये
एक मदारी है ईश्वर औ हम सब यहाँ जमूरे
डोर उसी के हाथों में वो जैसा हमें नचाये
डॉ अर्चना गुप्ता