Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2019 · 1 min read

हम केसे ऐसे हो गये

मोहब्बत में ऐसे हो गये है ।
जो चाँद तक ना पहुँच सके
वैसे हो गए है पर चाहत तो आपको पाने की है।
तो तो अंतरिक्ष का करना क्या है
तुम मिलोगी हो ऐसा करना
काला डोरा गले मे हरदम रखना
ना जाने कही नजर हमारी ही नही लग जाये
इसलिए हमें अपनी नजरों में ओर दिल मे ही रखना
दोनो मिल कर चलेंगे उस चाँद से मिलने जो कहता है
में बहुत सुंदर है उसे आईना जो दिखना हैं
ओर हमारा दिल कितना प्यारा हैं यह सब को दिखना हैं

Language: Hindi
2 Likes · 321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नैन फिर बादल हुए हैं
नैन फिर बादल हुए हैं
Ashok deep
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ग़ुमनाम जिंदगी
ग़ुमनाम जिंदगी
Awadhesh Kumar Singh
*मूॅंगफली स्वादिष्ट, सर्वजन की यह मेवा (कुंडलिया)*
*मूॅंगफली स्वादिष्ट, सर्वजन की यह मेवा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
अगले 72 घण्टों के दौरान
अगले 72 घण्टों के दौरान
*Author प्रणय प्रभात*
"सच और झूठ"
Dr. Kishan tandon kranti
जरासन्ध के पुत्रों ने
जरासन्ध के पुत्रों ने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कभी तो तुम्हे मेरी याद आयेगी
कभी तो तुम्हे मेरी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
काश
काश
Sidhant Sharma
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
9) खबर है इनकार तेरा
9) खबर है इनकार तेरा
पूनम झा 'प्रथमा'
पिता
पिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Never forget
Never forget
Dhriti Mishra
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
पूर्वार्थ
हमारी निशानी मिटा कर तुम नई कहानी बुन लेना,
हमारी निशानी मिटा कर तुम नई कहानी बुन लेना,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हमारा गुनाह सिर्फ यही है
हमारा गुनाह सिर्फ यही है
gurudeenverma198
💐अज्ञात के प्रति-132💐
💐अज्ञात के प्रति-132💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
मां का आंचल(Happy mothers day)👨‍👩‍👧‍👧
मां का आंचल(Happy mothers day)👨‍👩‍👧‍👧
Ms.Ankit Halke jha
साजन तुम आ जाना...
साजन तुम आ जाना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
नूरफातिमा खातून नूरी
नौकरी वाली बीबी
नौकरी वाली बीबी
Rajni kapoor
2490.पूर्णिका
2490.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
Dr MusafiR BaithA
मन तो बावरा है
मन तो बावरा है
हिमांशु Kulshrestha
Loading...