Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2020 · 1 min read

“हम अपने सफर में बहुत दूर आए हैं”

हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।
एक अजीब सी कशमकश थीं ज़िन्दगी में,
इसलिए सारे बंधन तोड़ आए हैं।
हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।
चले तो मंजिल की तलाश में बहुत तेज़ी से थे,
फ़िर भी ना जाने क्यूं बीचराह तक ही आए हैं
हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।
ना जाने कौनसा इन्तहा बाकी मेरा,
यहीं सोचकर ज़िन्दगी से लड़ने आए हैं।
हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।
बहुत तकलीफ़ देते हैं अपने,
अब तो प्यार ,जज्बात,रिश्ते – नाते सब को पीछे छोड़ आए हैं।
हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।
अक्सर अपनो में घिरा पाते हैं,
जब ये सोचते हैं कि ज़िन्दगी के भंवर से निकाल आए हैं
हम अपने सफर में बहुत दूर चले आए हैं।
सुकून को दुढ़ते अपने घर से निकल आए हैं।

Language: Hindi
7 Likes · 10 Comments · 270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Prakash Chandra
नाम परिवर्तन
नाम परिवर्तन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
Buddha Prakash
इच्छाएं.......
इच्छाएं.......
पूर्वार्थ
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
Anis Shah
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
नेताम आर सी
***
*** " ये दरारों पर मेरी नाव.....! " ***
VEDANTA PATEL
*भरे हों प्यार के सौ रंग, मैत्री की हो पिचकारी (मुक्तक)*
*भरे हों प्यार के सौ रंग, मैत्री की हो पिचकारी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
विजय कुमार नामदेव
अभी तो साथ चलना है
अभी तो साथ चलना है
Vishal babu (vishu)
मचले छूने को आकाश
मचले छूने को आकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
धिक्कार उन मूर्खों को,
धिक्कार उन मूर्खों को,
*Author प्रणय प्रभात*
💐Prodigy Love-36💐
💐Prodigy Love-36💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
DrLakshman Jha Parimal
बूँद बूँद याद
बूँद बूँद याद
Atul "Krishn"
दुर्भाग्य का सामना
दुर्भाग्य का सामना
Paras Nath Jha
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
बिटिया की जन्मकथा / मुसाफ़िर बैठा
बिटिया की जन्मकथा / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
#यदा_कदा_संवाद_मधुर, #छल_का_परिचायक।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
परिंदा हूं आसमां का
परिंदा हूं आसमां का
Praveen Sain
अल्फ़ाजी
अल्फ़ाजी
Mahender Singh
ये तलाश सत्य की।
ये तलाश सत्य की।
Manisha Manjari
*समझौता*
*समझौता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ज़िंदगी को
ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
कवि रमेशराज
मेरी माँ
मेरी माँ
Pooja Singh
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
Anand Kumar
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...