Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2016 · 1 min read

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा
शिकायतों की मगर ले किताब आएगा

हमारी नज़रों से गर आसमान में देखो
तुम्हें हमारा नज़र माहताब आएगा

न जाम की है जरुरत न साकी की हमको
वो नैन से ही पिलाने शराब आएगा

भले बिछाए यहाँ राह में कोई काँटे
हुनर से अपने वो हो कामयाब आएगा

असर भी प्यार का ये देख अर्चना लेना
उगाने भोर नई आफताब आएगा

डॉ अर्चना गुप्ता

3 Comments · 549 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
"स्वभाव"
Dr. Kishan tandon kranti
जय अन्नदाता
जय अन्नदाता
gurudeenverma198
हमेशा..!!
हमेशा..!!
'अशांत' शेखर
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
*समय अच्छा अगर हो तो, खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)*
*समय अच्छा अगर हो तो, खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
"म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के"
Abdul Raqueeb Nomani
जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी
जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी
ruby kumari
व्यथा पेड़ की
व्यथा पेड़ की
विजय कुमार अग्रवाल
"मेरी जिम्मेदारी "
Pushpraj Anant
*झूठा  बिकता यूँ अख़बार है*
*झूठा बिकता यूँ अख़बार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
साधना
साधना
Vandna Thakur
सावन
सावन
Madhavi Srivastava
■ताज़ा शोध■
■ताज़ा शोध■
*Author प्रणय प्रभात*
2860.*पूर्णिका*
2860.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
सत्य कुमार प्रेमी
अभी गहन है रात.......
अभी गहन है रात.......
Parvat Singh Rajput
प्रतिध्वनि
प्रतिध्वनि
पूर्वार्थ
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
दोहा बिषय- दिशा
दोहा बिषय- दिशा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रबुद्ध लोग -
प्रबुद्ध लोग -
Raju Gajbhiye
कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह
कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह
Neelam Sharma
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-543💐
💐प्रेम कौतुक-543💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
Loading...