Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2016 · 1 min read

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा
शिकायतों की मगर ले किताब आएगा

हमारी नज़रों से गर आसमान में देखो
तुम्हें हमारा नज़र माहताब आएगा

न जाम की है जरुरत न साकी की हमको
वो नैन से ही पिलाने शराब आएगा

भले बिछाए यहाँ राह में कोई काँटे
हुनर से अपने वो हो कामयाब आएगा

असर भी प्यार का ये देख अर्चना लेना
उगाने भोर नई आफताब आएगा

डॉ अर्चना गुप्ता

3 Comments · 534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
#शुभ_रात्रि
#शुभ_रात्रि
*Author प्रणय प्रभात*
सबसे मुश्किल होता है, मृदुभाषी मगर दुष्ट–स्वार्थी लोगों से न
सबसे मुश्किल होता है, मृदुभाषी मगर दुष्ट–स्वार्थी लोगों से न
Dr MusafiR BaithA
कामयाबी का नशा
कामयाबी का नशा
SHAMA PARVEEN
बेटियों ने
बेटियों ने
ruby kumari
एक सबक इश्क का होना
एक सबक इश्क का होना
AMRESH KUMAR VERMA
चोट शब्द की न जब सही जाए
चोट शब्द की न जब सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Ye sham uski yad me gujarti nahi,
Ye sham uski yad me gujarti nahi,
Sakshi Tripathi
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr Shweta sood
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है " रवि " समय की रफ्तार मेँ हर कोई गिरफ्तार है
Sahil Ahmad
एक प्रयास अपने लिए भी
एक प्रयास अपने लिए भी
Dr fauzia Naseem shad
जूते और लोग..,
जूते और लोग..,
Vishal babu (vishu)
विवेकानंद जी के जन्मदिन पर
विवेकानंद जी के जन्मदिन पर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुझमें एक जन सेवक है,
मुझमें एक जन सेवक है,
Punam Pande
मै मानव  कहलाता,
मै मानव कहलाता,
कार्तिक नितिन शर्मा
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
Dr. ADITYA BHARTI
💐प्रेम कौतुक-337💐
💐प्रेम कौतुक-337💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है.........,
मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है.........,
कवि दीपक बवेजा
दाता
दाता
निकेश कुमार ठाकुर
स्थाई- कहो सुनो और गुनों
स्थाई- कहो सुनो और गुनों
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
Ravi Prakash
2387.पूर्णिका
2387.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ईसा को सूली
ईसा को सूली
Shekhar Chandra Mitra
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"ग़ौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर।
लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर।
डॉ.सीमा अग्रवाल
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
Loading...