Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2017 · 1 min read

हमारा प्यार लगता है तुम्हारा हो न पायेगा

हमारा प्यार लगता है तुम्हारा हो न पायेगा
मगर तुम सा कहीं कोई हमारा हो न पायेगा

सहा अपमान भी हमने ,मिला जो आज तक तुमसे
मगर अब और ये सहना गवारा हो न पायेगा

कभी भी तुम मिलाना मत किसी को धूल में वरना
बुलंदी पर तुम्हारा भी सितारा हो न पायेगा

किनारा आज तो तुमने किया कह गैर ही हमको
मगर तुम देखना हम सा सहारा हो न पायेगा

किया है पीठ पीछे वार बनकर दोस्त जब तुमने
मुआफी का भी अब हमसे इशारा हो न पायेगा

ग़मों में यूँ घिरे रहकर हमें लगने लगा है ये
कभी भी ‘अर्चना’ इनसे किनारा हो न पायेगा

डॉ अर्चना गुप्ता
13-11-2015

480 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
☄️💤 यादें 💤☄️
☄️💤 यादें 💤☄️
Dr Manju Saini
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
नूरफातिमा खातून नूरी
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
"सुबह की किरणें "
Yogendra Chaturwedi
यह तो होता है दौर जिंदगी का
यह तो होता है दौर जिंदगी का
gurudeenverma198
చివరికి మిగిలింది శూన్యమే
చివరికి మిగిలింది శూన్యమే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
अरमान
अरमान
Kanchan Khanna
द्वारिका गमन
द्वारिका गमन
Rekha Drolia
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
ख़राब आदमी
ख़राब आदमी
Dr MusafiR BaithA
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
Satyaveer vaishnav
जब तक नहीं है पास,
जब तक नहीं है पास,
Satish Srijan
तेरे शब्दों के हर गूंज से, जीवन ख़ुशबू देता है…
तेरे शब्दों के हर गूंज से, जीवन ख़ुशबू देता है…
Anand Kumar
---- विश्वगुरु ----
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
2905.*पूर्णिका*
2905.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙏🏻 अभी मैं बच्चा हूं🙏🏻
🙏🏻 अभी मैं बच्चा हूं🙏🏻
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
"एक उम्र के बाद"
Dr. Kishan tandon kranti
वास्तविक प्रकाशक
वास्तविक प्रकाशक
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
पूर्वार्थ
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-252💐
💐प्रेम कौतुक-252💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...