Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2021 · 2 min read

” हमारा पैतरा “

{ व्यंग्यात्मक }
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”

===============

” आखिर कब तक हम बंदरों की तरह गुलटियाँ मारते रहेंगे ? उम्र का तकाजा है मेरे दोस्त ! 70 के दहलीज को पार कर के 71 में प्रवेश करने वाले हैं ” !

हमारे करीब ही बैठे एक मित्र ने कहा —

” जनाब ज़रा धर्मेन्द्र और अभिताभ को देख लें ..अभी तो उनके करीब भी ना आप पहुँच पाए हैं !”

एक दूसरे मित्र ने भी उसका समर्थन करते हुए कहा ,–

” और क्या हड्डियाँ ही तो कमजोर हुईं हैं ..दूर दृष्टि भले कमजोर हो गयी हो ..दाँत नहीं हो ..सर के बचे -खुचे बाल सफेद हो गएँ हों तो क्या ? सबका समाधान आधुनिक युग व्याप्त है !”

आज हमें मुफ्त की सलाह मिल रही थी ! संजय देश विदेश से घूम कर आया था ! उसके अनुभव हमारे काम आने लगे ! उसने भी लगे हाथों हमें नुस्खा बता दिया ,—

” अरे ! एक कमर की पट्टी आती है .कमर में बांधे रहो और कैल्शियम का टॉनिक नियमित लेते रहो ! दूर दृष्टि के लिए नेत्र चिकित्सक से दोनों आखों में लेंस लगबा लो ! डेंटिस्ट से कृतिम दान्तें लगबा लो और बालों के लिए रंग रोगन और शीर्षासन किया करो ! जवानी लौट के आ जाएगी “!

यह दिव्य ज्ञान का असर हमारे अंग अंग में होने लगा !

इसके अलावे लोगों ने कहा ,—-

“एक मोबाइल लो ,….लैपटॉप लो …और …..नयी विधाओं को सीखो ..जमाना बदल रहा है ! फेसबुक को खोलो ..व्हात्सप्प चलाओ ,….विडिओ कॉल करना सीखो !”

इन सुझाबों को भी हमने गले लगाया ! कभी किसी से पूछते थे कभी किसी से पूछते थे ! सबों ने हमें जमके सहयोग किया !और हम एक सफल नौजवान सिध्य होने लगे !

सोशल मीडिया में हमें भी एक चाह जागने लगी कि हम लाइव आने लगें ! हमें भी सब अपनी तालिओं से हौसला अफज़ाई करें ! तरह- तरह के कमेंट और टिप्पणी से हमारा स्वागत करें ! पता नहीं हमने लाखों लाइव प्रस्तुति फेसबुक के रंग मंच पर कर डाले पर टिप्पणी और कमेंट की बात तो दूर रही किसीने लाइक तक नहीं किया !

संजय ने गंभीरता पूर्वक हमें एक पते की बात बताईं ,—-

” जब तुम पूंछ रहे हो तो हम निःसकोच तुम्हे बता रहे हैं !

लाइव प्रस्तुति के प्रारंभ में तुम नाटक करने लगते हो !

कभी अपने कमीज को ठीक करते हो तो

कभी अपने बालों को संबारते हो .

अपने चश्मा को ठीक करते हो ..

अपनी भंगिमा के पैतरे में समय बर्बाद कर देते हो .

यह रामलीला नहीं है मेरे दोस्त !

यह जमाना एक्शन का है!

हम तो सोचते हैं कि कितनों ने तो तुम्हे अन फॉलो कर दिया होगा और बहुत सारे तो फ्रेंड लिस्ट से निकल चुके होंगे “!

अब हमें एहसास हुआ कि हम सब चीजों में आगे बढ़ गए पर लाइव प्रस्तुति में हम पीछे रह गए !
==================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
नाग पथ
दुमका

Language: Hindi
431 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
करवाचौथ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
हम सब में एक बात है
हम सब में एक बात है
Yash mehra
गुरु दीक्षा
गुरु दीक्षा
GOVIND UIKEY
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात ।
कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात ।
Suryakant Dwivedi
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
संजय कुमार संजू
ज़िंदगी मौत,पर
ज़िंदगी मौत,पर
Dr fauzia Naseem shad
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
है शारदे मां
है शारदे मां
नेताम आर सी
बढ़ना होगा
बढ़ना होगा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मेरा विज्ञान सफर
मेरा विज्ञान सफर
Ms.Ankit Halke jha
त्याग समर्पण न रहे, टूट ते परिवार।
त्याग समर्पण न रहे, टूट ते परिवार।
Anil chobisa
इश्क़ में कोई
इश्क़ में कोई
लक्ष्मी सिंह
2939.*पूर्णिका*
2939.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन
जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
Ravi Prakash
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
কুয়াশার কাছে শিখেছি
কুয়াশার কাছে শিখেছি
Sakhawat Jisan
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
Dr MusafiR BaithA
डिजिटल भारत
डिजिटल भारत
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-466💐
💐प्रेम कौतुक-466💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गम और खुशी।
गम और खुशी।
Taj Mohammad
★याद न जाए बीते दिनों की★
★याद न जाए बीते दिनों की★
*Author प्रणय प्रभात*
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
लिख सकता हूँ ।।
लिख सकता हूँ ।।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
होली
होली
Kanchan Khanna
*होय जो सबका मंगल*
*होय जो सबका मंगल*
Poonam Matia
कोहरा और कोहरा
कोहरा और कोहरा
Ghanshyam Poddar
Loading...