हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है…..
हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है
ओ अकेले चैन से सोते है, यहाँ कई लोग रोते है
मुबारक हो शादी बोल देते है सभी लेकिन,
जुदाई के गम में अकेले हो के कई लोग रोते है।
(अवनीश कुमार)
हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है
ओ अकेले चैन से सोते है, यहाँ कई लोग रोते है
मुबारक हो शादी बोल देते है सभी लेकिन,
जुदाई के गम में अकेले हो के कई लोग रोते है।
(अवनीश कुमार)