Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2016 · 1 min read

हमसे कभी जब बात वो दो चार करेंगे

हमसे कभी जब बात वो दो चार करेंगे
हम प्यार का अपने तभी इजहार करेंगे

नफरत से भरी ज़िन्दगी सुनसान बहुत है
हम फूल खिला प्यार के गुलज़ार करेंगे

तुम आज़मा के देख कभी लेना हमें भी
हम दोस्ती में जान भी कुर्बान करेंगे

चाहें लगा लो प्यार पे पाबंदियां कितनी
हम हार नहीं प्यार की स्वीकार करेंगे

हो जाएगा तब ‘अर्चना’ कद और भी ऊँचा
जब खत्म हम अपना ये अहंकार करेंगे

डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
Sometimes
Sometimes
Vandana maurya
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
2621.पूर्णिका
2621.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-377💐
💐प्रेम कौतुक-377💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आजकल की औरते क्या क्या गजब ढा रही (हास्य व्यंग)
आजकल की औरते क्या क्या गजब ढा रही (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
surenderpal vaidya
कलाकृति बनाम अश्लीलता।
कलाकृति बनाम अश्लीलता।
Acharya Rama Nand Mandal
“ इन लोगों की बात सुनो”
“ इन लोगों की बात सुनो”
DrLakshman Jha Parimal
चिराग़ ए अलादीन
चिराग़ ए अलादीन
Sandeep Pande
बगावत की आग
बगावत की आग
Shekhar Chandra Mitra
ताजन हजार
ताजन हजार
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
रक्तदान
रक्तदान
Neeraj Agarwal
* सुनो मास्क पहनो दूल्हे जी (बाल कविता)*
* सुनो मास्क पहनो दूल्हे जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
आहत हो कर बापू बोले
आहत हो कर बापू बोले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ढोंगी बाबा
ढोंगी बाबा
Kanchan Khanna
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
ख़ामोशी जो पढ़ सके,
ख़ामोशी जो पढ़ सके,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उनको देखा तो हुआ,
उनको देखा तो हुआ,
sushil sarna
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
दाना
दाना
Satish Srijan
जो उसके हृदय को शीतलता दे जाए,
जो उसके हृदय को शीतलता दे जाए,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
■ खोज-बीन...
■ खोज-बीन...
*Author प्रणय प्रभात*
मेनाद
मेनाद
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उदासी से भरे हैं दिन, कटें करवट बदल रातें।
उदासी से भरे हैं दिन, कटें करवट बदल रातें।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
कवि दीपक बवेजा
" क़ैद में ज़िन्दगी "
Chunnu Lal Gupta
चाहत के ज़ख्म
चाहत के ज़ख्म
Surinder blackpen
Loading...