Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2020 · 1 min read

हमदम

1222 1222 1222 1222

जरूरी है मोहब्बत में करीबी हम/सफ़र हमदम ।
तु मेरी जा/न है जानो/ यहां हर पल/मिरे हमदम।

मोहब्बत है/ तुम्ही से तो /शिकायत भी /तुम्हीं से है।
तुम्हीं से हर /खुशी मेरी /तुम्हीं हर सां/स में हमदम।

कहानी जब/ सुना तेरा/मिरा दिल खौ/फ खाता है।
कहानी है/तुम्हारी जो/हमारी भी / वही हमदम ।

अभी जो चौं/क कर जागा /अभी थे ख्वा/ब में तुम जो
तिरे मेरे /मोहब्बत का/तमाशा बन चु/का हमदम।

रहा ना रा/स अब मुझको/मोहब्बत तो /फरेबी है ।
वफ़ा का क्या /भरोसा है/ कहां किसको/ठगे हमदम।

तुम्हारे सा/थ आएं हैं/ ख़ुशी के अन/गिनत लम्हें
भला जो हो/ वहीं जाना /हिचक रखना/ नहीं हमदम।

न लिखता हूं /गजल दीपक /नहीं तो यह/फ़साना है।
कि दुनियां चा/हती है दू/र करना सुन /मिरे हमदम।।

दीपक झा रुद्रा
मूल रचना

3 Likes · 218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सवालिया जिंदगी
सवालिया जिंदगी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पघारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
पघारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
Kshma Urmila
जीवन है चलने का नाम
जीवन है चलने का नाम
Ram Krishan Rastogi
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
संजय कुमार संजू
कूल नानी
कूल नानी
Neelam Sharma
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
मी ठू ( मैं हूँ ना )
मी ठू ( मैं हूँ ना )
Mahender Singh
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान।
सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"उम्मीद का दीया"
Dr. Kishan tandon kranti
संत सनातनी बनना है तो
संत सनातनी बनना है तो
Satyaveer vaishnav
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
manjula chauhan
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
Ranjeet kumar patre
2511.पूर्णिका
2511.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खवाब
खवाब
Swami Ganganiya
हमें
हमें
sushil sarna
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
मजहब
मजहब
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ जयंती पर नमन्
■ जयंती पर नमन्
*Author प्रणय प्रभात*
मैं फक्र से कहती हू
मैं फक्र से कहती हू
Naushaba Suriya
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
Manisha Manjari
.......,,
.......,,
शेखर सिंह
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
गरीबों की जिंदगी
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
Loading...