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22 Dec 2016 · 1 min read

स्वीकार करो तुम

गीतिका
*
प्यार करो इजहार करो तुम
सच्चाई स्वीकार करो तुम
*
जीवन पथ पर बढ़ते जाओ
हर बाधा को पार करो तुम
*
सपने जो देखे हैं तुमने
सबके सब साकार करो तुम
*
हर प्राणी में ईश्वर जानो
स्नेह भरा व्यवहार करो तुम
*
कुदरत के सुन्दर दृश्यों का
अवलोकन हर बार करो तुम
*
*************************
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

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