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17 Jun 2021 · 1 min read

स्वाभिमान और अहंकार

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की स्वाभिमान और अहंकार में बहुत ही नाजुक और महीन सा पर्दा है ,99% इंसान अपने अहंकार को अपना स्वाभिमान समझते हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो इंसान अपनी बुराई -निंन्दा सुन कर भी खामोश रहता है ,उसी तरह का व्यवहार निरंतर करता है जो पहले कर रहा था तो यकीन मानिये वो जिंदगी की आधी से ज्यादा समस्याओं पर विजय पा चुका होता है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की किसी भी महिला या पुरुष का स्पर्श -उसकी आँखों के भाव उसके अंदर की नियत को बता देते हैं …

आखिर में एक ही बात समझ आई की जीवन में एक वक़्त वो भी आता है जब आपको किसी ऐसे इंसान की जरुरत होती है जिसके ऊपर आप चिल्ला सके- अपना दर्द बयां कर सकें- अपने आंसुओं की बारिश कर सकें -गले से लगा सकें और ये सिर्फ जिस्मानी नहीं रूहानी हो क्यूंकि एक समय में वक़्त आपके अपनों को भी आपसे दूर कर देता है …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 342 Views
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