“स्वागत है नववर्श तुम्हारा”
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
सब के लीए खुशीया लाना.
महगांई से कमर जो तुटी,
ऊस महगांई को कम जरूर करणा…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
सुख शांति सबके लीए लाना.
नशे मे डुबे लोगो को,
नशे से दूर जरूर तूम करणा…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
सुनहरे सपने सच तूम करणा.
असाह्य भुखे लोगो को,
दो वक्त की,रोटी तूम जरूर खीलाना…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
नई आशा की,किरण तूम लाना.
माँ, बहन,पत्नी,बेटी को तूम,
गंधी नजरो के,समाज से बचाना…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
सरहद पे शांति तूम लाना.
देश के हर जाबाज सीपहाई को,
अपने परिवार से तूम मीलाना…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
हरितक्रांती को तूम लेके आना.
भारत देश के कीसानो को,
आत्महत्या मत करणे देना…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
भ्रष्टाचार को जड से मिटाना.
देश के भ्रष्ट नेता वो को,
गांधी गिरी तूम सीख़ाना…
स्वागत है नववर्श तुम्हारा,
प्यार ही प्यार करणा सीखाना.
हिंदू,मुस्लिम,सिख,ईसाई,
सबको भाईचारा सीखाना…2