स्वपन
सपना जो देखा आँखों में साकार हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीब हो गया
खुशनसीब हूँ जो उनका साथ मिला
साथ क्या मिला बेइंतहा प्यार मिला
यार मेरा प्यार हमसफर हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीबहो गया
हुस्न रूप की तारीफ मैं क्या करूँ
मदहोश सूरत में मैं शब्द क्या कहूँ
प्यारी सी मूरत का दीवाना हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीब हो गया
मखमली यौवन खिला फूल कमल का
रेशमी जुल्फें रूप लहराती फसल का
बंजर जीवन में प्यार का वर्षण हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीब हो गया
फूल सा बदन स्वच्छ मोती सा तन मन
सौंदर्य की पूर्ण मूरत अर्पित तन मन धन
शुक्रिया, दीदारे मोहब्बत दर्शन हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीब हो गया
सपना जो देखा आँखों ने साकार हो गया
दिलदार मेरा प्यार रहमत नसीब हो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत