Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2017 · 1 min read

स्वदेशी लोग

स्वदेशी लोग

उदासीन जीवन को ले
क्या-क्या करते होंगे वे लोग
न जाने किन-किन स्वप्नों को छोड़
कितने बिलखते होंगो वे लोग।
कितने संघर्ष गाथाओं में,
अपनी एक गाथा जोड़ते होंगे वे लोग
पर भी, असहाय होकर
कैसे-कैसे भटकते होंगो वे लोग।
कुछ बाधाओं से जूझते परास्त नहीं
कैसे होते होंगे वे लोग;
जीवन को दाँव लगा राष्ट्र हित में,
मिटने वाले कौन होते होंगे वे लोग।
गरीबी में तन मन को बढ़ा
उच्चाकांक्षाओं को छूते होंगे वे लोग
उत्कृष्ट ‘आलोक’ को विश्व पटल पर ला
गौरवशाली कौन होते होंगे वे लोग।
जीवन व्रत में निरत, दृढ़
कैसे आक्रांताओं को तोड़ते होंगे वे लोग
त्याग तन, स्वदेश का मस्तक बढ़ा
ये स्वदेशी कौन होते होंगे वे लोग। ©
राष्ट्र कवि पं आलोक पान्डेय

Language: Hindi
1 Like · 570 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ मंगलमय गणतंत्र....
■ मंगलमय गणतंत्र....
*Author प्रणय प्रभात*
बलिदान
बलिदान
Shyam Sundar Subramanian
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*धूप (कुंडलिया)*
*धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3079.*पूर्णिका*
3079.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक सपना
एक सपना
Punam Pande
"अन्तरात्मा की पथिक "मैं"
शोभा कुमारी
कोशी के वटवृक्ष
कोशी के वटवृक्ष
Shashi Dhar Kumar
वृक्ष पुकार
वृक्ष पुकार
संजय कुमार संजू
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी फुरसत मिले तो पिण्डवाड़ा तुम आवो
कभी फुरसत मिले तो पिण्डवाड़ा तुम आवो
gurudeenverma198
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
Sahil Ahmad
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
मेरी ख़्वाहिश
मेरी ख़्वाहिश
Dr fauzia Naseem shad
एक ऐसा दोस्त
एक ऐसा दोस्त
Vandna Thakur
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
चैन से जिंदगी
चैन से जिंदगी
Basant Bhagawan Roy
आप नहीं तो ज़िंदगी में भी कोई बात नहीं है
आप नहीं तो ज़िंदगी में भी कोई बात नहीं है
Yogini kajol Pathak
ख़ामोशी जो पढ़ सके,
ख़ामोशी जो पढ़ सके,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
लिपटी परछाइयां
लिपटी परछाइयां
Surinder blackpen
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
सत्य कुमार प्रेमी
Kbhi asman me sajti bundo ko , barish kar jate ho
Kbhi asman me sajti bundo ko , barish kar jate ho
Sakshi Tripathi
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
Shubham Pandey (S P)
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
DrLakshman Jha Parimal
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
Sarfaraz Ahmed Aasee
पहला प्यार
पहला प्यार
Pratibha Kumari
कुंडलिया - रंग
कुंडलिया - रंग
sushil sarna
विवेक
विवेक
Sidhartha Mishra
गूढ़ बात~
गूढ़ बात~
दिनेश एल० "जैहिंद"
Loading...