स्वतंत्रता
स्वाधीन मन से, स्वाधीन मन में
स्वाधीन मन के, असीमित गगन में
मन की स्वतंत्रता आवश्यक है
मन की स्वतंत्रता से संपूर्ण स्वतंत्रता निर्धारित है
बिचारों के साम्राज्य में,बिचार के चुनावों में
स्वतंत्रता के अभाव में, स्वतंत्र बिचार कहां आएंगे
संपूर्ण स्वतंत्रता की सोच कहां पाएंगे
संपूर्ण स्वतंत्रता के लिए,मन की स्वतंत्रता आवश्यक है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी