सूर्य उपासना
ये सूर्यदेव हमको लगते पिता से प्यारे
करते उपासना हम भगवान ये हमारे
ये पूर्व में उदय हो पश्चिम में अस्त होते
ये रात दिन हैं चलते देखो कभी न सोते
ये जिंदगी के पोषक हम सबके हैं सहारे
करते उपासना हम भगवान ये हमारे
हम अन्न जल सभी कुछ इनकी कृपा से पाते
होते न ये तो कैसे ये फूल मुस्कुराते
ये ही हमें दिखाते सुंदर बड़े नजारे
करते उपासना हम भगवान ये हमारे
तपकर स्वयं यही तो संसार जगमगाते
इनके प्रभाव से ही मौसम सुहाने आते
ले रोशनी इन्हीं से चमकें ये चाँद -तारे
करते उपासना हम भगवान ये हमारे
चहुँ ओर सूर्य के ही चक्कर लगाती धरती
दिखते नहीं अगर तो इनकी कमी अखरती
ये आसमान – धरती दोनों के हैं दुलारे
करते उपासना हम भगवान ये हमारे
16-01-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद