Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2019 · 1 min read

“सुहागन” #हिंदी कविता”

शीर्षक -“सुहागन”

पिया तोसे
कैसे कहूं मैं
मन की बात

साथ तेरे जिंदगी
की धूप-छांव में
बह रही हूं मैं

करती हूं सदा
तेरी ही बंदगी
मैं यह काफी
नहीं है

हर सुख-दुख में
साथ चलुं तेरे
यही है मेरी भावना

श्रृंगार करूं ना मैं
ना पहनूं कोई साज
सादा जीवन
उच्च विचार
निभा रही हूं आज

चुड़ी कुमकुम
मेहंदी गहने पहन
ओढ़े चुनरी लाल
ही क्या मैं सुहागन
कहलाऊं

करती हूं दुआ
परिवार में सबकी
सलामती की
खुशहाल व स्वस्थ
जीवन की
क्या ये सुहागन
कहलाने के
काबिल नहीं है

आरती अयाचित
भोपाल
स्वरचित एवं मौलिक

Language: Hindi
1 Like · 575 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
रोहित एवं सौम्या के विवाह पर सेहरा (विवाह गीत)
रोहित एवं सौम्या के विवाह पर सेहरा (विवाह गीत)
Ravi Prakash
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/95.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
पूर्वार्थ
भगवन नाम
भगवन नाम
लक्ष्मी सिंह
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
"दर्पण बोलता है"
Ekta chitrangini
हम
हम
Shriyansh Gupta
*अपना अंतस*
*अपना अंतस*
Rambali Mishra
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
जब तुमने सहर्ष स्वीकारा है!
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
जीवन छोटा सा कविता
जीवन छोटा सा कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
छाती पर पत्थर /
छाती पर पत्थर /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पंचम के संगीत पर,
पंचम के संगीत पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कविता
कविता
Shyam Pandey
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सफल लोगों की अच्छी आदतें
सफल लोगों की अच्छी आदतें
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
भारत माता की वंदना
भारत माता की वंदना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"चाँद-तारे"
Dr. Kishan tandon kranti
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
क्रोध
क्रोध
ओंकार मिश्र
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तुम्हें प्यार करते हैं
तुम्हें प्यार करते हैं
Mukesh Kumar Sonkar
■ वक़्त किसी को नहीं छोड़ता। चाहे कोई कितना बड़ा सूरमा हो।
■ वक़्त किसी को नहीं छोड़ता। चाहे कोई कितना बड़ा सूरमा हो।
*Author प्रणय प्रभात*
// सुविचार //
// सुविचार //
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कबूतर
कबूतर
Vedha Singh
💐अज्ञात के प्रति-105💐
💐अज्ञात के प्रति-105💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
Keshav kishor Kumar
Loading...