Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2020 · 1 min read

सुरमयी शाम सुहानी

**सुरमयी शाम सुहानी**
*******************

सुरमयी शाम सुहानी सी
मस्ती में मस्त मस्तानी सी

शीत हवाएं चल रहीं हैंं
तन में आग ज़िस्मानी सी

यह जो तुषार जम रही है
रूह जम गई बर्फ़ानी सी

मय सा नशा भी है छाया
रंग दिखाए निशानी सी

दहकता गौरी का यौवन
प्रेम जगाए रुहानी सी

आँखे में खुमारी छायी
बात बताए जुबानी सी

सुखविन्द्र हुआ दीवाना
बन जाएगी कहानी सी
*****************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 2 Comments · 346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
कवि दीपक बवेजा
"चालाक आदमी की दास्तान"
Pushpraj Anant
पुरुष का दर्द
पुरुष का दर्द
पूर्वार्थ
"शर्म मुझे आती है खुद पर, आखिर हम क्यों मजदूर हुए"
Anand Kumar
बदल जाओ या बदलना सीखो
बदल जाओ या बदलना सीखो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
* काव्य रचना *
* काव्य रचना *
surenderpal vaidya
"उजाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
Kanchan Alok Malu
आ जाओ घर साजना
आ जाओ घर साजना
लक्ष्मी सिंह
हजारों लोग मिलेंगे तुम्हें
हजारों लोग मिलेंगे तुम्हें
ruby kumari
सोच की अय्याशीया
सोच की अय्याशीया
Sandeep Pande
किसी को अगर प्रेरणा मिलती है
किसी को अगर प्रेरणा मिलती है
Harminder Kaur
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*राजा राम सिंह चालीसा*
*राजा राम सिंह चालीसा*
Ravi Prakash
Yashmehra
Yashmehra
Yash mehra
Teri gunehgar hu mai ,
Teri gunehgar hu mai ,
Sakshi Tripathi
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
*अक्षय तृतीया*
*अक्षय तृतीया*
Shashi kala vyas
जिंदगी हमने जी कब,
जिंदगी हमने जी कब,
Umender kumar
💐अज्ञात के प्रति-65💐
💐अज्ञात के प्रति-65💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किसको-किसको क़ैद करोगे?
किसको-किसको क़ैद करोगे?
Shekhar Chandra Mitra
Humiliation
Humiliation
AJAY AMITABH SUMAN
रंगोली
रंगोली
Neelam Sharma
नारी
नारी
Bodhisatva kastooriya
जीवनसाथी
जीवनसाथी
Rajni kapoor
दूर की कौड़ी ~
दूर की कौड़ी ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
Srishty Bansal
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
और ज़रा भी नहीं सोचते हम
और ज़रा भी नहीं सोचते हम
Surinder blackpen
Loading...