Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2017 · 1 min read

#रुबाइयाँ

#रुबाइयाँ

जीवन में आराम नहीं है , फिर भी सबको प्यारा है।
संघर्ष किया जिसनें जितना , उतना इसे निखारा है।।
क़दम-क़दम पर मिले चुनौती , कठिन लगे पर हल होती;
शाम-सुबह का हमको लगता , सुंदर अगर नज़ारा है।।

सोच नयी लेकर आता है , हर मंज़र जो सजता है।
वक़्त एक चित्रकार बनके , अद्भुत रचना रचता है।।
अपना-अपना दृष्टिकोण है , कुछ देखने समझने का;
चाँद देखता है या कोई , दृष्टि दाग़ पर रखता है।।

जीवन समर वही जीते जो , शौर्य लिए ललकारे हैं।
सूर्य-चंद्र तुम्हीं बताओ कब ? राहु केतु से हारे हैं।।
रोकर जीना भी क्या जीना , इससे अच्छा बलिदानी;
हारा जिसने जीवन चाहे , जीते दिल तो सारे हैं।

#आर.एस.’प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित रुबाइयाँ

Language: Hindi
431 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
Ravi Prakash
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
Rj Anand Prajapati
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
अन्नदाता,तू परेशान क्यों है...?
मनोज कर्ण
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏✍️🙏
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏✍️🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बेटियां
बेटियां
Madhavi Srivastava
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
Neeraj Agarwal
23/102.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/102.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
Surinder blackpen
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
Vishal babu (vishu)
हमने खुद को
हमने खुद को
Dr fauzia Naseem shad
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
Bhupendra Rawat
We Mature With
We Mature With
पूर्वार्थ
तुम नहीं बदले___
तुम नहीं बदले___
Rajesh vyas
किसी की सेवा या सहयोग
किसी की सेवा या सहयोग
*Author प्रणय प्रभात*
थोथा चना
थोथा चना
Dr MusafiR BaithA
हॉं और ना
हॉं और ना
Dr. Kishan tandon kranti
याद आए दिन बचपन के
याद आए दिन बचपन के
Manu Vashistha
अजनबी !!!
अजनबी !!!
Shaily
नमन सभी शिक्षकों को, शिक्षक दिवस की बधाई 🎉
नमन सभी शिक्षकों को, शिक्षक दिवस की बधाई 🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
gurudeenverma198
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
*हिन्दी बिषय- घटना*
*हिन्दी बिषय- घटना*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जल संरक्षण
जल संरक्षण
Preeti Karn
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
कृष्णकांत गुर्जर
-- क्लेश तब और अब -
-- क्लेश तब और अब -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
कि सब ठीक हो जायेगा
कि सब ठीक हो जायेगा
Vikram soni
Quote..
Quote..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...