सुख – दुःख का मंथन
सुख – दुःख का मंथन
जीवन अमृत हो जाता है
जो दुःख से घबरा जाये
क्या जीवन संवार पाता है
दुःख उस प्रकाश का नाम है
जो सही राह दिखाता है
सात्विक कर्मों से ही
जीवन में प्रकाश आता है
सुख – दुःख का मंथन
जीवन अमृत हो जाता है
जो दुःख से घबरा जाये
क्या जीवन संवार पाता है
दुःख उस प्रकाश का नाम है
जो सही राह दिखाता है
सात्विक कर्मों से ही
जीवन में प्रकाश आता है