Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2021 · 1 min read

सुख की सीढ़ियाँ

सुख की सीढ़ियाँ यूं ही नसीब नहीं होतीं
सार्थक जीवन सुख की सीढ़ियों का आधार स्तम्भ होता है
तलाश मुट्ठी भर सुख की क्यों करें हम
जब पता है हमें, हौसलों से उड़ान होती है

Language: Hindi
1 Like · 444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
Surinder blackpen
💃युवती💃
💃युवती💃
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
भगवावस्त्र
भगवावस्त्र
Dr Parveen Thakur
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहू-बेटी
बहू-बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
व्यवहार अपना
व्यवहार अपना
Ranjeet kumar patre
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
■ अड़ियल टेसू सत्ता के
■ अड़ियल टेसू सत्ता के
*Author प्रणय प्रभात*
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
भय के द्वारा ही सदा, शोषण सबका होय
भय के द्वारा ही सदा, शोषण सबका होय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
"अहसास के पन्नों पर"
Dr. Kishan tandon kranti
2638.पूर्णिका
2638.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विरह
विरह
नवीन जोशी 'नवल'
वो हमें भी तो
वो हमें भी तो
Dr fauzia Naseem shad
मुझे किराए का ही समझो,
मुझे किराए का ही समझो,
Sanjay ' शून्य'
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"कौन अपने कौन पराये"
Yogendra Chaturwedi
दोहा- सरस्वती
दोहा- सरस्वती
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
Ravi Prakash
" महखना "
Pushpraj Anant
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
Gouri tiwari
कौन पंखे से बाँध देता है
कौन पंखे से बाँध देता है
Aadarsh Dubey
नियम, मर्यादा
नियम, मर्यादा
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-338💐
💐प्रेम कौतुक-338💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चले ससुराल पँहुचे हवालात
चले ससुराल पँहुचे हवालात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पुस्तकें
पुस्तकें
डॉ. शिव लहरी
Loading...