सुंदर पल
कितना सुंदर यह पल,
मित्रता होती निश्छल,
जब मिलते गले मित्र,
स्नेह रंग से भरता चित्र,
खिल उठता अंतर्मन,
दूर होता खालीपन,
मित्र जिसके है संग,
जीत जाते वे हर जंग,
जाति धर्म से ऊँची,
हर रिश्ते से सच्ची,
दोस्ती है ईमान
यही मेरा मान ,
।।जेपीएल।।