Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2020 · 2 min read

सीता त्याग

****** सीता त्याग *****
****** चौपाई ********

जनक नन्दिनी राजदुलारी
मिथिला की थी राजकुमारी
अयोध्या नगर की पटरानी
राजा दशरथ की बहुरानी
मर्यादा पुरुषोत्तम महान
अयोध्या का राजा श्रीराम
श्रीराम की चित्त की रानी
राम राज्य की महारानी
धरा कोख से जन्म ले आई
धरा में ही जा कर समाई
लवकुश पुत्रों की वो जननी
जो कथनी थी वो ही करनी
वाल्मीकि मूनि धर्म बेटी
जीवन में थी खरी कसौटी
त्याग समर्पण की थी मूर्ति
जगत में कमाई यशकीर्ति
सीता नाम से जगत जीता
पावक पवित्र पावन गीता
राम संग मिथिला से विदाई
स्वयंबर रच अयोध्या आई
कैकेयी हठ , दशरथ हारा
श्रीराम अयोध्या से न्यारा
स्वामी संग प्रतिज्ञा निभाई
रामलखन संग वन में आई
भर्या देवर संग संकट भोगे
कष्ट भरे दिन हर्षित भोगे
सुंदर मृग से खाया धोखा
रावण को मिल गया मौका
पार करी जो लक्ष्मण रेखा
जिसका फल उम्रभर देखा
दशानन हरणकर ले भागा
सोने की लंका कष्ट जागा
सतीत्व शक्ति वहाँ दिखाई
अस्मत पर आँच नहीं आई
चार वेद का ज्ञाता रावण
सीता हठी अभागा रावण
राम लखन ने करी चढ़ाई
लंका की ईंट से ईंट बजाई
रावण मार लंका को जीता
जीत लाए लंका संग सीता
सीता की ली अग्निपरीक्षा
पुरी की पवित्रता समीक्षा
वनवास से अयोध्या लौटे
हर्षित दिन थे वापिस लौटे
खुशी खुशी महारानी बनी
बहारों की थी तानें तनी
अयोध्या में थे तूफां उठे
सीता पवित्र , सवाल उठे
श्रीराम हो परेशान उठा
राजधर्म संकट सवाल उठा
सीता ने महान काम किया
श्रीराम का महात्याग किया
छोड़ आई अयोध्या नगरी
जंगल में आई त्याग नगरी
वाल्मीकि ऋषि त्राण पधारी
महारानी बनी बेचारी
कष्टी भरे दिन वहां बिताये
लव कुश जने राम के जाये
वाल्मीकि शिष्य थे कहलाए
शिक्षा दिक्षा से वीर बनाए
अश्वमेध यज्ञ का था घोड़ा
लव कुश ने कानन में रोका
अयोध्या वीरों को था हराया
वाल्मीकि ऋषि ने समझाया
अश्वमेध। घोड़ा लौटाया
अयोध्या में घर घर सुनाई
राम को रामायण सुनाई
सीता की पवित्रता गाई
अयोध्या में वापिस बुलाई
चरित्र शपथ मांगी दुहाई
बीच सभा में सीता आई
धरती से गुहार लगाई
अगर है सीता पाक पवित्र
पानी से निर्मल है चरित्र
तो फिर ये धरती फट जाए
निज संग सीता भू ले जाए
जब सीता की हुंकार सुनी
रघुवंशी जान सूली लटकी
गुहार सुन धरती फट आई
सीता थी अवनि मैं समाई
सुखविन्द्र सीता कथा गाई
सीता सतीत्व बात सुनाई
*********************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

वनवास में विपदाएं भोगी

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 394 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
Ravi Yadav
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
प्रेमदास वसु सुरेखा
"बेज़ारी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
जगदीश शर्मा सहज
नर जीवन
नर जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
उदासीनता
उदासीनता
Shyam Sundar Subramanian
चेहरे की तलाश
चेहरे की तलाश
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
उनको मत समझाइए
उनको मत समझाइए
राहुल द्विवेदी 'स्मित'
■ बस, एक ही अनुरोध...
■ बस, एक ही अनुरोध...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
मौत ने पूछा जिंदगी से,
मौत ने पूछा जिंदगी से,
Umender kumar
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
कुंडलिया छंद *
कुंडलिया छंद *
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आदित्य यान L1
आदित्य यान L1
कार्तिक नितिन शर्मा
इस धरा पर अगर कोई चीज आपको रुचिकर नहीं लगता है,तो इसका सीधा
इस धरा पर अगर कोई चीज आपको रुचिकर नहीं लगता है,तो इसका सीधा
Paras Nath Jha
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
हे राम हृदय में आ जाओ
हे राम हृदय में आ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" नेतृत्व के लिए उम्र बड़ी नहीं, बल्कि सोच बड़ी होनी चाहिए"
नेताम आर सी
घर से बेघर
घर से बेघर
Punam Pande
*पेड़ के बूढ़े पत्ते (कहानी)*
*पेड़ के बूढ़े पत्ते (कहानी)*
Ravi Prakash
ज़िंदगी को
ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
3126.*पूर्णिका*
3126.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
National Cancer Day
National Cancer Day
Tushar Jagawat
Loading...