Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2021 · 1 min read

सितारों के जहां में

सितारों के जहां में चले हम, चले हम
कुछ ढूंढने चले हम
कुछ खोजने चले हम
सितारों के जहां की अनोखी बातें जानने चले हम।
रहस्यमय दुनिया की बाते जानने चले हम।
सितारों के जहां में चले हम, चले हम
जिज्ञासा से चले हम
तैयारी से चले हम
अनोखी चंद्रयान की सवारी में चले हम
चंद्रयान भी उड़ाया
हमने फ़ोटो भी खींचे
अंतरिक्ष की पहेली सुलछाने चले हम
वहां पे जो देखा वो सबको सिखाने चले हम
सितारों के जहां में चले हम, चले हम

Language: Hindi
252 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पिता
पिता
Buddha Prakash
ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की
ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की
अनिल कुमार
दूसरों की लड़ाई में ज्ञान देना बहुत आसान है।
दूसरों की लड़ाई में ज्ञान देना बहुत आसान है।
Priya princess panwar
मोदी जी
मोदी जी
Shivkumar Bilagrami
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
है एक डोर
है एक डोर
Ranjana Verma
चाय ही पी लेते हैं
चाय ही पी लेते हैं
Ghanshyam Poddar
शुरुआत जरूरी है
शुरुआत जरूरी है
Shyam Pandey
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अतिथि देवो न भव
अतिथि देवो न भव
Satish Srijan
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
Ram Krishan Rastogi
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
कल रहूॅं-ना रहूॅं..
पंकज कुमार कर्ण
"साकी"
Dr. Kishan tandon kranti
द़ुआ कर
द़ुआ कर
Atul "Krishn"
#एक_गजल
#एक_गजल
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ता ऐसा हो,
रिश्ता ऐसा हो,
लक्ष्मी सिंह
* नदी की धार *
* नदी की धार *
surenderpal vaidya
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
Neelam Sharma
I know people around me a very much jealous to me but I am h
I know people around me a very much jealous to me but I am h
Ankita Patel
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
Trishika S Dhara
सर्वप्रिय श्री अख्तर अली खाँ
सर्वप्रिय श्री अख्तर अली खाँ
Ravi Prakash
जीवन की यह झंझावातें
जीवन की यह झंझावातें
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇
लोग गाली देते हैं,👇👇👇👇👇
SPK Sachin Lodhi
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
NUMB
NUMB
Vedha Singh
Loading...