सिंदूर तेरे रूप अनेक
पिरामिड विधा
1
ये
लगे
सुन्दर
सजे बिन्दी
मांग सिन्दूर
ओढ़ी जो चुनरी
है बेटी ससुराल
2
है
मूल्य
सिन्दूर
मिटे मांग
हो हाहाकार
लो आया शहीद
घर छाया मातम
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल
पिरामिड विधा
1
ये
लगे
सुन्दर
सजे बिन्दी
मांग सिन्दूर
ओढ़ी जो चुनरी
है बेटी ससुराल
2
है
मूल्य
सिन्दूर
मिटे मांग
हो हाहाकार
लो आया शहीद
घर छाया मातम
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल