Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2016 · 1 min read

सावन-भादो

सावन भादो तुम जरा ,बरसो दिल के गाँव
तपन जरा इसकी हरो , बादल की दो छाँव
अश्कों ने बहकर हरे, थोड़े दिल के दर्द
तुम भी आ खेलो जरा , खुशियों के कुछ दाँव

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
5 Comments · 547 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
14, मायका
14, मायका
Dr Shweta sood
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
गाँधी जी की लाठी
गाँधी जी की लाठी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
इक दुनिया है.......
इक दुनिया है.......
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
परिवार
परिवार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बरसात हुई
बरसात हुई
Surya Barman
क्या कहे हम तुमको
क्या कहे हम तुमको
gurudeenverma198
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
Anil chobisa
भाव
भाव
Sanjay ' शून्य'
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
व्याकरण पढ़े,
व्याकरण पढ़े,
Dr. Vaishali Verma
जब घर से दूर गया था,
जब घर से दूर गया था,
भवेश
आब त रावणक राज्य अछि  सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
परिवर्तन
परिवर्तन
लक्ष्मी सिंह
Phoolo ki wo shatir  kaliya
Phoolo ki wo shatir kaliya
Sakshi Tripathi
धिक्कार
धिक्कार
Shekhar Chandra Mitra
ऋतु सुषमा बसंत
ऋतु सुषमा बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रस्म ए उल्फत भी बार -बार शिद्दत से
रस्म ए उल्फत भी बार -बार शिद्दत से
AmanTv Editor In Chief
जनेऊधारी,
जनेऊधारी,
Satish Srijan
दीप माटी का
दीप माटी का
Dr. Meenakshi Sharma
*बादल चाहे जितना बरसो, लेकिन बाढ़ न आए (गीत)*
*बादल चाहे जितना बरसो, लेकिन बाढ़ न आए (गीत)*
Ravi Prakash
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
नया साल
नया साल
अरशद रसूल बदायूंनी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
पहला प्यार
पहला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
🙅आदिपुरुष🙅
🙅आदिपुरुष🙅
*Author प्रणय प्रभात*
बेटी हूँ माँ तेरी
बेटी हूँ माँ तेरी
Deepesh purohit
Loading...