Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2016 · 1 min read

सांझ ढलने की हमनें कहानी लिखी ………..

गीत

उगते सूरज को करते रहे तुम नमन
साँझ ढ़लने की हमने कहानी लिखी ।
तुम प्रणय गीत रचते रहे उम्र भर,
दर्द के नाम हमने जवानी लिखी ।

आस्था का रुदन तुमने देखा नहीं,
चाँद में प्रियतमा को तलाशा किए,
हम कलम से सदा पीर पाषाण की,
कोरे कागज़ पे बुत सी तराशा किए,

अर्थ के शास्त्र तुमने लिखे नित नए,
पीर हमने ग़ज़ल की जु़बानी लिखी । उगते सूरज को …

तुमको यौवन की अठखेलियाँ भा गईं,
हमने देखा है बचपन सिसकते हुए,
तुम तो खोए रहे रूप बाजा़र में,
उम्र को हमने देखा घिसटते हुए,

जिस्म कमसिन से तुमको खिलौने लगे,
हमने रोती हुई गुडि़या रानी लिखी । उगते सूरज को …

तुम स्वयम्बर के छन्दों में उलझे रहे,
ये न जाना कि सीता हरण हो गया,
हमने पत्थर शिला पर लिखा राम तो,
ये समझ लो अह्ल्याकरण हो गया,

तुम तो राधा की धारा में बहते रहे,
दर्द की हमने मीरा दीवानी लिखी । उगते सूरज को ….

-आर०सी० शर्मा “आरसी”

Language: Hindi
Tag: गीत
366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
rekha mohan
"पकौड़ियों की फ़रमाइश" ---(हास्य रचना)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"किसी दिन"
Dr. Kishan tandon kranti
आजकल की औरते क्या क्या गजब ढा रही (हास्य व्यंग)
आजकल की औरते क्या क्या गजब ढा रही (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
अपूर्ण प्रश्न
अपूर्ण प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
"एक नज़्म लिख रहा हूँ"
Lohit Tamta
2855.*पूर्णिका*
2855.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यदि मैं अंधभक्त हूँ तो, तू भी अंधभक्त है
यदि मैं अंधभक्त हूँ तो, तू भी अंधभक्त है
gurudeenverma198
वो निरंतर चलता रहता है,
वो निरंतर चलता रहता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Rajni kapoor
मेरे   परीकल्पनाओं   की   परिणाम   हो  तुम
मेरे परीकल्पनाओं की परिणाम हो तुम
पूर्वार्थ
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
" चर्चा चाय की "
Dr Meenu Poonia
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
फितरत
फितरत
Bodhisatva kastooriya
गुलाम
गुलाम
Punam Pande
इश्क़ का दामन थामे
इश्क़ का दामन थामे
Surinder blackpen
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
~
~"मैं श्रेष्ठ हूँ"~ यह आत्मविश्वास है... और
Radhakishan R. Mundhra
आश किरण
आश किरण
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हमार उत्तर प्रदेश
हमार उत्तर प्रदेश
Satish Srijan
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
■ तथ्य : ऐसे समझिए।
*Author प्रणय प्रभात*
कुल्हड़ वाली चाय (तीन कुंडलियाँ)
कुल्हड़ वाली चाय (तीन कुंडलियाँ)
Ravi Prakash
स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धीरे-धीरे समय सफर कर गया
धीरे-धीरे समय सफर कर गया
Pratibha Kumari
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
है वही, बस गुमराह हो गया है…
है वही, बस गुमराह हो गया है…
Anand Kumar
देह से विलग भी
देह से विलग भी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...