साँची हमारा गौरव
देश का गौरव, साँची हमारा,
पूज्य पावन , यह बौद्ध धरा,
गोल गोल बने सुंदर स्तूप,
देख देख मन को भाए रूप,
सदियों से यूँ ही यह है खड़े,
विदेशों से आते जन बड़े बड़े,
बुद्ध के जीवन को यह है दर्शाते,
मूक शिला चित्र सब कुछ कहते,
स्तूप में है चार द्वार,
दर्शाते प्रकृति प्यार,
मन को असीम शांति मिलती,
विश्व बंधुत्व का संदेश फैलाती,
।।।जेपीएल।।।