Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2020 · 1 min read

सवैया

सवैया

होली संदेश
साल के साल मे मौंंका मिला,
हर हाल में होली की धूम मचालो ।

देख उमंग अनंग भरी,
सब यारन से हँसलो मुस्कालो ।

साज सजाकर आज कहे
रितुराज समाज लिहाज न पालो ।

गालन गाल गुलाल लगाकर ,
होली का रंग चकाचक डालो ।

गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश

Language: Hindi
286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"औकात"
Dr. Kishan tandon kranti
Quote Of The Day
Quote Of The Day
Saransh Singh 'Priyam'
मार नहीं, प्यार करो
मार नहीं, प्यार करो
Shekhar Chandra Mitra
देने तो आया था मैं उसको कान का झुमका,
देने तो आया था मैं उसको कान का झुमका,
Vishal babu (vishu)
उत्थान राष्ट्र का
उत्थान राष्ट्र का
Er. Sanjay Shrivastava
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
■ सत्यानासी कहीं का।
■ सत्यानासी कहीं का।
*Author प्रणय प्रभात*
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
शेखर सिंह
2527.पूर्णिका
2527.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
💐प्रेम कौतुक-247💐
💐प्रेम कौतुक-247💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
लौट आयी स्वीटी
लौट आयी स्वीटी
Kanchan Khanna
मौन सभी
मौन सभी
sushil sarna
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
कुछ लोग होते है जो रिश्तों को महज़ इक औपचारिकता भर मानते है
कुछ लोग होते है जो रिश्तों को महज़ इक औपचारिकता भर मानते है
पूर्वार्थ
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
Basant Bhagawan Roy
अपना दिल
अपना दिल
Dr fauzia Naseem shad
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Sakshi Tripathi
@घर में पेड़ पौधे@
@घर में पेड़ पौधे@
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कब गुज़रा वो लड़कपन,
कब गुज़रा वो लड़कपन,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
गुब्बारा
गुब्बारा
लक्ष्मी सिंह
सत्य होता सामने
सत्य होता सामने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
Shweta Soni
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
When life  serves you with surprises your planning sits at b
When life serves you with surprises your planning sits at b
Nupur Pathak
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
आए अवध में राम
आए अवध में राम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...