— सर झुकाने से क्या होगा —
जब तक मन सच्चा नही
सर झुका के क्या करोगे
विधाता को जो मंजूर है
तुम उस पर ध्यान कब दोगे
भगवान् से मिलना हो तो
मन को झुकाना सीखो
गर्दन की झुका देने से
कभी भगवान् नही मिलते
नत मस्तक होना अच्छा है
पर अभी मन बहुत कच्चा है
करो निर्मल मन को अपने
दीदार इसी ने तो करवाना हैं
इतना आसान कहाँ
उस इध्वर से मिल जाना
साफ़ करो निर्मल करो मन को
उसी ने तो है रास्ता दिखाना
अजीत कुमार तलवार
मेरठ