Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2016 · 1 min read

सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना
सरस्वती माँ करें वंदना , हम तेरे ही बालक हैं।
दूर करो माँ वो अँधियारे, जो जीवन में बाधक हैं।

माँ निर्मल मति को कर देना, सदाचार अपनाऐं हम।
मधुर करो माँ वाणी ऐसी, सबका मन हरषाऐं हम।
पाप कर्म से दूर रखो माँ, हम तेरे आराधक है।
सरस्वती ……………………………………।।१।।

श्वेत वस्त्र स्वर्णिम आभा है , कर में वीणा रखती हो।
सत्य स्वरूपी अंब शारदा, ज्ञान हृदय में भरती हो।
सतत् ज्ञान आलोक करो माँ, हम विद्या के साधक हैं।
सरस्वती……………………………………..।।२।।

तुलसी, कालीदास, भारवी, सबने ही गुणगान किया।
कवियों ने कविता-रस पाने, तेरी ही माँ ध्यान किया।
मैया उन दोषों को हर लो, जो चैतन्य विदारक हैं।
सरस्वती ……………………………………..।।३।।
————————————————————
इषुप्रिय शर्मा’ अंकित’
रामपुर कलाँ, सबलगढ(म.प्र.)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 2 Comments · 3497 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
View all
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-547💐
💐प्रेम कौतुक-547💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पीर
पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
!! कुद़रत का संसार !!
!! कुद़रत का संसार !!
Chunnu Lal Gupta
आता जब समय चुनाव का
आता जब समय चुनाव का
Gouri tiwari
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Dr Parveen Thakur
शिव छन्द
शिव छन्द
Neelam Sharma
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
dks.lhp
"अक्षर"
Dr. Kishan tandon kranti
2891.*पूर्णिका*
2891.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिनकर/सूर्य
दिनकर/सूर्य
Vedha Singh
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
Sanjay ' शून्य'
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
gurudeenverma198
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
Amit Pandey
ज़िंदगी ज़िंदगी ही होतीं हैं
ज़िंदगी ज़िंदगी ही होतीं हैं
Dr fauzia Naseem shad
जां से बढ़कर है आन भारत की
जां से बढ़कर है आन भारत की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चंदा मामा सुनो ना मेरी बात 🙏
चंदा मामा सुनो ना मेरी बात 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
Arvind trivedi
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद — वंश परिचय — 01
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद — वंश परिचय — 01
Kirti Aphale
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
आज की तारीख़ में
आज की तारीख़ में
*Author प्रणय प्रभात*
*जाता सूरज शाम का, आता प्रातः काल (कुंडलिया)*
*जाता सूरज शाम का, आता प्रातः काल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेहनत ही सफलता
मेहनत ही सफलता
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
चोर कौन
चोर कौन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
माँ तेरे चरणों
माँ तेरे चरणों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
Shashi kala vyas
विधवा
विधवा
Acharya Rama Nand Mandal
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...