सरस्वती वंदना (गीत)
आशीष शारदे माँ, यदि तेरा पायें हम
चाहें कितने हो गम , हँस गले लगायें हम
भावों के कुछ दीपक इस दिल मे जलाये हैं
शब्दों के फूलों से चुन हार बनाये हैं
तुझको अर्पण करने कुछ गीत सजायें हम
आशीष शारदे माँ, यदि तेरा पायें हम
वीणा के तारों की झंकार सुहानी है
वाणी भी माँ तुझसे स्वर की तू रानी है
माँ स्वर हमको देना तेरी महिमा गायें हम
आशीष शारदे माँ, यदि तेरा पायें हम
ईर्ष्या मद क्रोध सभी से मुक्ति हमें देना
लड़ सकें बुराई से वो युक्ति हमें देना
वो राह दिखाना माँ , जिस पर तर जायें हम
आशीष शारदे माँ, यदि तेरा पायें हम
डॉ अर्चना गुप्ता
23-09-2015