Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2017 · 1 min read

सरकार से तक़रार (शिक्षामित्र)

लगाकर जान की बाजी दिखा देंगे सबल अपना,
थें जितने दीखते अब तक नहीं हैं हम सरल उतना।l

अभी हम शान्त बैठे हैं मगर अन्जाम देखोगे,
गुरु संदीपनी देखे हो परशूराम देखोगे।
बग़ावत की चली आंधी तो फिर परिणाम देखोगे,
क्षरण होगा तुम्हारा भाग्य भी होगा नहीं अपना।।

हमारे त्याग को निज स्वार्थ में झुठला दिया तुमने,
परिश्रम को हवाले कोर्ट के निपटा दिया तुमनें।
मग़र अब देखना रण दुन्दुभी हम भी बजाएंगे,
ग़र अपनी राजनीतिक बैर का बदला लिया तुमने।।

हमीं हैं शांति की जो अब तलक कविता पढाएं हैं,
और व्यवहार समता का अभी तक गीत गाये हैं।
मग़र रोटी से बढ़कर और कुछ भी हो नहीं सकता,
करेंगे या मरेंगे अब कफ़न सर बांध आये हैं।।

किसी का मुख निवाला छीनना क्या न्याय होता है,
या फिर इस देश मे ये न्याय का पर्याय होता है।
क्या यू ही राजनैतिक द्वंद्व का हिस्सा बने हम ही,
क्या ये भी राजनीती का बड़ा अभिप्राय होता है।।

Language: Hindi
350 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
यहाँ पर सब की
यहाँ पर सब की
Dr fauzia Naseem shad
शहीद दिवस
शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
उजालों में अंधेरों में, तेरा बस साथ चाहता हूँ
डॉ. दीपक मेवाती
"नींद का देवता"
Dr. Kishan tandon kranti
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
बंदर मामा
बंदर मामा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
Anil chobisa
गौतम बुद्ध है बड़े महान
गौतम बुद्ध है बड़े महान
Buddha Prakash
*मीठे बोल*
*मीठे बोल*
Poonam Matia
उम्र पैंतालीस
उम्र पैंतालीस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फागुनी धूप, बसंती झोंके
फागुनी धूप, बसंती झोंके
Shweta Soni
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Sakshi Tripathi
#प्रभा कात_चिंतन😊
#प्रभा कात_चिंतन😊
*Author प्रणय प्रभात*
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-327💐
💐प्रेम कौतुक-327💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक बार फिर ।
एक बार फिर ।
Dhriti Mishra
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इतनी महंगी हो गई है रिश्तो की चुंबक
इतनी महंगी हो गई है रिश्तो की चुंबक
कवि दीपक बवेजा
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
Sanjay ' शून्य'
*जन्म-मरण : नौ दोहे*
*जन्म-मरण : नौ दोहे*
Ravi Prakash
आंधी
आंधी
Aman Sinha
औरतें
औरतें
Kanchan Khanna
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
★आईने में वो शख्स★
★आईने में वो शख्स★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...