Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2021 · 1 min read

सरकारी परियोजना, बन गई झंडुबाम।

सब मशीन से हो रहा, मनरेगा का काम।
सरकारी परियोजना, बन गई झंडुबाम।।

अध्धा पौवा में लुभा, मनरेगा मजदूर।
लाभ लिये इस बात का, मुखिया जी भरपूर।।

#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य

Language: Hindi
3 Likes · 294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नहीं उनकी बलि लो तुम
नहीं उनकी बलि लो तुम
gurudeenverma198
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
निराशा क्यों?
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
Maturity is not when we start observing , judging or critici
Maturity is not when we start observing , judging or critici
Leena Anand
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
Jitendra Chhonkar
गर्म चाय
गर्म चाय
Kanchan Khanna
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
Sakhawat Jisan
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
*Author प्रणय प्रभात*
दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा।
दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
जीवन का सफर
जीवन का सफर
नवीन जोशी 'नवल'
फिरकापरस्ती
फिरकापरस्ती
Shekhar Chandra Mitra
राजनीति का नाटक
राजनीति का नाटक
Shyam Sundar Subramanian
प्राची  (कुंडलिया)*
प्राची (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"एक कदम"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-348💐
💐प्रेम कौतुक-348💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हर दिन नया नई उम्मीद
हर दिन नया नई उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
तभी भला है भाई
तभी भला है भाई
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सब कुछ यूं ही कहां हासिल है,
सब कुछ यूं ही कहां हासिल है,
manjula chauhan
लीजिए प्रेम का अवलंब
लीजिए प्रेम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
2271.
2271.
Dr.Khedu Bharti
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यकीन
यकीन
Sidhartha Mishra
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
पंकज कुमार कर्ण
Loading...