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19 Feb 2021 · 1 min read

समय

समय रुकता नहीं
भागता जाता है
पीछे छोड़ता जाता है
कुछ यादें
कुछ पल चिन्ह
कुछ पद चिन्ह
कुछ प्रश्न चिन्ह
इन्हें पतझड़ में
पेड़ से गिरे
सूखे पत्तों सा
बटोरते रहो
समेटते रहो
एक एक पत्ता
एक एक पल सा
बांधते रहो
अपने आंचल में
सीने से लगाये रखो
जीवन के नये अंकुर शायद
फिर फूटेंगे
इसी आस में
यह पतझड़ का पेड़
बहार के इंतजार में
इस समय बिंदु पर
जिंदा हो।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 200 Views
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