Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2017 · 1 min read

समय समय की बात

समय समय की बात हैl
सावन में हरियाली दिखे,
पतझड़ में झड़ता पात है l
ै समय समय की बात है l
दिवा में भास्कर दिखे अंबर ,
चांद तारों के संग रात है l
ै समय समय की बात हैl
पद है तो प्रतिष्ठा है l
वरना इंसान की क्या औकात है?
समय समय की बात हैl
जरूरत है तो संग है आपके,
े वरना समझता कौन जज्बात है ?
समय समय की बात हैl
ग्रीष्म में सूखे ताल तलैया ,
पानी ही पानी बरसात हैl
समय समय की बात है l
ै गर्मी में धूप तीखी लागे,
सर्दी में बहुत सुहात है l
समय समय की बात हैl
समयानुसार जो ढल जाए इंसान,
वही जग में आप्त है l
समय समय की बात हैl

रीता यादव

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 554 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या पता है तुम्हें
क्या पता है तुम्हें
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रंगमंच
रंगमंच
लक्ष्मी सिंह
हे अल्लाह मेरे परवरदिगार
हे अल्लाह मेरे परवरदिगार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
Namrata Sona
आज के युग में नारीवाद
आज के युग में नारीवाद
Surinder blackpen
ध्यान में इक संत डूबा मुस्कुराए
ध्यान में इक संत डूबा मुस्कुराए
Shivkumar Bilagrami
अच्छा रहता
अच्छा रहता
Pratibha Pandey
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
अति आत्मविश्वास
अति आत्मविश्वास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अकथ कथा
अकथ कथा
Neelam Sharma
तू ही मेरी लाड़ली
तू ही मेरी लाड़ली
gurudeenverma198
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌸Prodigy Love-48🌸
🌸Prodigy Love-48🌸
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मंजिल तक पहुँचने के लिए
मंजिल तक पहुँचने के लिए
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पिछली सदी का शख्स
पिछली सदी का शख्स
Satish Srijan
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
ज़िद
ज़िद
Dr. Seema Varma
मुझे छेड़ो ना इस तरह
मुझे छेड़ो ना इस तरह
Basant Bhagawan Roy
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"फूल"
Dr. Kishan tandon kranti
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
VINOD CHAUHAN
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Sakshi Tripathi
■ सामयिक संदर्भों में...
■ सामयिक संदर्भों में...
*Author प्रणय प्रभात*
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
फितरत के रंग
फितरत के रंग
प्रदीप कुमार गुप्ता
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
'अशांत' शेखर
Loading...