Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2019 · 1 min read

समय के साथ चलना था

समय के,, साथ,,. चलना था,
ख़ुद को हर, रोज़ बदलना था !!
पल-पल बदलते रहते हैं हालात,
बस हमें उसी साँचें में ढलना था !!

#हनीफ़_शिकोहाबादी✍️

Contact No- 9759212850

Language: Hindi
1 Like · 339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
Ram Krishan Rastogi
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
जब कभी प्यार  की वकालत होगी
जब कभी प्यार की वकालत होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"ଜୀବନ ସାର୍ଥକ କରିବା ପାଇଁ ସ୍ୱାଭାବିକ ହାର୍ଦିକ ସଂଘର୍ଷ ଅନିବାର୍ଯ।"
Sidhartha Mishra
हिन्दी हाइकु
हिन्दी हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
शेखर सिंह
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
एक हाथ में क़लम तो दूसरे में क़िताब रखते हैं!
एक हाथ में क़लम तो दूसरे में क़िताब रखते हैं!
The_dk_poetry
गिव मी सम सन शाइन
गिव मी सम सन शाइन
Shekhar Chandra Mitra
2384.पूर्णिका
2384.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
Manu Vashistha
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
मिलन की वेला
मिलन की वेला
Dr.Pratibha Prakash
शाम के ढलते
शाम के ढलते
manjula chauhan
चलो हमसफर यादों के शहर में
चलो हमसफर यादों के शहर में
गनेश रॉय " रावण "
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*भारत माता के लिए , अनगिन हुए शहीद* (कुंडलिया)
*भारत माता के लिए , अनगिन हुए शहीद* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
Anil Mishra Prahari
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
हे पैमाना पुराना
हे पैमाना पुराना
Swami Ganganiya
मेरे बुद्ध महान !
मेरे बुद्ध महान !
मनोज कर्ण
सुबह वक्त पर नींद खुलती नहीं
सुबह वक्त पर नींद खुलती नहीं
शिव प्रताप लोधी
शायद हम ज़िन्दगी के
शायद हम ज़िन्दगी के
Dr fauzia Naseem shad
Loading...