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17 Mar 2019 · 1 min read

समझ लेओ होरी है ।

समझ लेओ होरी है ।

जब छावै अजब सो खुमार
रंगन की बरसै फुहार
गलिन मैं घूमै मिल सब यार
फाग गावैं जबहीं हुरयार

समझ लेओ होरी है ।

होवै बरसाने में लट्ठमार
करैं बरजोरी सब नर नार
प्यार की होवै जब तकरार
सजनवा जबहिं दिखावैं प्यार

समझ लेओ होरी है ।

जब भौजी लगें दिलदार
रंगैं बार बार
करें आंखें चार
बचावै ना कोई जब यार

समझ लेओ होरी है ।

पीके भंगिया दिखैं सब चार
हंसै सब यार
अम्मा बनी थानेदार
दद्दा चटावैं अचार

समझ लेओ होरी है ।

पकर सब घर लै जावैं यार
खिलावैं गुझिया बारम्बार
गले मिल होवै हर्ष अपार
प्रेम रस की जब हो बौछार

समझ लेओ होरी है ।

होरी है ……………..

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
2 Likes · 390 Views
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