सब सपना रहा
सब कुछ सपना रहा ,न इस दुनिया मे कोई अपना रहा, जा रहा हूँ छोड़कर सबकुछ सपना रहा। जो कुछ अच्छा लगा, हमने वही किया। किसी अपने के कथन ने, हमेँ सबक दिया।। वो हमे याद करेँ न करेँ, हम उन्हे याद करते हैँ ।ये मानना अपना रहा ,जा रहा हूँ छोड़कर सबकुछ सपना रहा।। सब कुछ सपना रहा।।