सब यहां है
♦सब यहां है♦
कदम कदम पर आच यहां है,,,
झूठ यहां है साच यहां है,,,
दुनियां की रंगीनी है तो,,,
कलंक की टाच यहां है,,,
दूर का कोई पास आ गया,,,
दिल से दिल की जाच यहां है,,,
कोई हद से चाह रहा है,,,
किसी का झूठा नाच यहां है,,,
मीठे मीठे खाव हसी है,,,
वक़्त आयेगा वाच यहां है,,,
चलो चले दिल की राहों पर,
तुम संग संग तो आच कहा है,,,
?सोनु जैन मन्दसौरी,,,,?