Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2021 · 1 min read

सबके लिए ससुराल नहीं है ‘गेंदा फूल’

कवि मिथिलेश राय की कविता तो पढ़िये कि कैसे एक उम्र व पड़ाव आने के बाद स्त्रियाँ मरद बन जाती हैं ? सत्यश:, इस कविता ने अबतक बाँधे रखी, तो इसे आप भी पढ़ लीजिए ! अर्थात-
“एक उम्र के बाद स्त्रियाँ मरद हो जाती है
वे तनकर चलती हैं, तेज बोलती हैं
और जोर-जोर से हँसती हैं
उनकी आँखों में शर्म घट जाती हैं !”
22 अक्टूबर को ‘सास दिवस’ होती है शायद ! ….परंतु समस्त सासवाले व सासवालियों के लिए ससुराल गेंदा फूल नहीं है !

वाकई में, जो सच कहते हैं, लोग सबसे ज्यादा नफ़रत उसी से करते हैं ! ऐसा प्लेटो ने कहा है। वहीं फिर उच्च शिक्षित बेटी को उनकी योग्यता के अनुरूप वर ढूँढ़ कर भी नहीं मिलते ! मिलते भी तो उपहार के रूप में उच्च माँग वरवाले की तरफ से किये जाते ! जब यहाँ दहेजनिषेध की बात होती, तो कहते कि यह तो आप अपनी बेटी को ही उपहार दे रहे हो ! ज्यादा जोर देने पर कि उपहार भी जबरन ली जाय, तो यह दहेज ही कहलायेगा ! तब फिर रंगभेद शुरू… कि आपकी बेटी काली है, कुरूप है। उसने पीएचडी कर लिया तो क्या ?

भारत में उच्च शिक्षित महिलाओं का अगर सर्वे की जाय, तो 80% महिलाएं अविवाहित ही होंगी ! शादी की योग्यता में वर -वधू के बीच 19 -20 का अंतर चल सकता है, किन्तु 10 -20 का अंतर तो उन उच्च शिक्षित नारियों के लिए ताउम्र दब्बूपना स्थिति लिए होगी !

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 1 Comment · 213 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वर दें हे मॉं शारदा, आए सच्चा ज्ञान (कुंडलिया)
वर दें हे मॉं शारदा, आए सच्चा ज्ञान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
नसीहत
नसीहत
Shivkumar Bilagrami
सृजन के जन्मदिन पर
सृजन के जन्मदिन पर
Satish Srijan
जीवन और बांसुरी दोनों में होल है पर धुन पैदा कर सकते हैं कौन
जीवन और बांसुरी दोनों में होल है पर धुन पैदा कर सकते हैं कौन
Shashi kala vyas
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
मोहब्बत कि बाते
मोहब्बत कि बाते
Rituraj shivem verma
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
2676.*पूर्णिका*
2676.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक अबोध बालक
एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो ज़माने चले गए
वो ज़माने चले गए
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
किस-किस को समझाओगे
किस-किस को समझाओगे
शिव प्रताप लोधी
शुभ रात्रि
शुभ रात्रि
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सबसे कठिन है
सबसे कठिन है
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
Ram Krishan Rastogi
उस पथ पर ले चलो।
उस पथ पर ले चलो।
Buddha Prakash
*पिता का प्यार*
*पिता का प्यार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
ख्वाइश है …पार्ट -१
ख्वाइश है …पार्ट -१
Vivek Mishra
“I will keep you ‘because I prayed for you.”
“I will keep you ‘because I prayed for you.”
पूर्वार्थ
मां
मां
Irshad Aatif
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
AmanTv Editor In Chief
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
Yogendra Chaturwedi
ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है
ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है
अनिल कुमार
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
माँ
माँ
The_dk_poetry
गलत चुनाव से
गलत चुनाव से
Dr Manju Saini
#अंतिम_उपाय
#अंतिम_उपाय
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...